Thursday, August 11, 2011

जो तुम साथ हो


सुबह की कुनकुनी धूप में, तुम्हारा हाथ पकड़कर साथ चलते-चलते,
जीवन का लम्बा सफ़र तय कर लेंगे.........जो तुम साथ हो !!!

बहते हुए पानी के साथ-साथ, तेरी आँखों में डूबते-उतराते,
अनगिनत सपने बुन लेंगे.........जो तुम साथ हो !!!

रंग-बिरंगे फूलों के बीच, तेरी काली-काली आँखों में
उमड़ती चाहतों को पढ़ लेंगे............जो तुम साथ हो !!!

वादी में बिखरी धुंध की तरह, अपने जीवन में फैले अंधेरों को
उजाले से भर देंगे...........जो तुम साथ हो !!!

1 comment: